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जिस तरफ देखो प्रदूषण का उधर फैला है जाल
जिस तरफ देखो प्रदूषण का उधर फैला है जाल…
رحمت الھی برق اعظمی: دیار شبلی کے ایک باکمال استاد سخن
आज इंटर्नेट पे है हर चीज़ का दारो मदार
आज इंटर्नेट पे है हर चीज़ का दारो मदारड…
जिस तरफ देखो प्रदूषण का उधर फैला है जाल…
आज इंटर्नेट पे है हर चीज़ का दारो मदारड…