Month 2008 مئی

तूफाने नर्गिस

तूफाने नर्गिसआज मायंमार है तूफाने नर्गिस का शिकारहै गलोबल वार्मिंग का उसपे यह भरपूर वारकीजिए राहे अमल मिल जुल के कोई अख़तेयारवरना आते ही रहैँगे यह हवादिस बार बारहो गए बरबाद लाखोँ हैँ हज़ारोँ ला पतालौटने का लोग जिनके कर…

है आलूदगी नौए इंसाँ की दुश्मन

है आलूदगी नौए इंसाँ की दुश्मनडा.अहमद अली बर्क़ी आज़मी सोलो प्वाइज़न है फ़ज़ा मेँ पलूशनहर एक श़ख़्स पर यह हकीक़त है रोशनयुँही लोग बे मौत मरते रहैँ गेन होगा अगर जल्द इस का सलूशनबडे शहर हैँ ज़द मेँ आलूदगी कीजो…

हर कोई आलूदगी का है शिकार

हर कोई आलूदगी का है शिकारडा. अहमद अली बर्क़ी आज़मी आज कल माहौल है नासाज़गारहर तरफ है एक ज़ेहनी इंतेशारहै बडे शहरोँ मेँ जीना एक अज़ाबहर कोई आलूदगी का है शिकारआ रहे हैँ लोग शहरोँ की तरफगाँव का ना गुफ़तह…

मीडिया

मीडियाडा.अहमद अली बर्क़ी आज़मीज़ाकिर नगर , नई देहली मीडिया आज रखता है सब पर नज़रकाम है इसका निष्पक्ष देना ख़बरध्यान रखना ज़रूरी है इस बात काइस के कवरेज का होता है गहरा असरशक्तिशाली है आज इस क़दर मीडियामोड दे क़ौमी…