Poetic Compliment Of Ahmad Ali Barqi Azmi On First Jhaanki Of Aakashvani In Republic Day Function Of India
Poetic Compliment Of Ahmad Ali Barqi Azmi On First Jhaanki Of Aakashvani In Republic Day Function Of India
जश्न ए जम्हूरिया ए हिन्द में पहली बार आकाशवाणी की झांकी से मुतास्सिर हो कर
यह झांकी है आकाशवाणी की शान
डॉ. अहमद अली बर्क़ी आज़मी
यह है जश्न ए जम्हूरियत का निशान
यह झांकी है आकाशवाणी की शान
यह संगम है सुर और संगीत का
यह है गंगा जमुनी वरासत की जान
दिलों पर सभी के हैं जो हुक्मरां
कलाकार हैं हर जुबां के महान
कबीर और तुलसी व नानक का मुल्क
है तहज़ीब का रंगा रंग एक जहान
सभी मिल के गाते हैं एक राष्ट्र गान
कहीं कीर्तन है कहीं है अज़ान
ब्राह्मण हों या शेख हों या की खान
है हिंदुस्तानी सभी की ज़ुबान
हमारा वतन सब से प्यारा वतन
हैं बर्क़ी जहाँ अन्न दाता किसान
Dr.Ahmad Ali Barqi Azmi
Persian Service
ESD, All India Radio , New Delhi